वो क्यों फोड़ते हैं बम? पाखी नहीं जानती
एक छोटी बच्ची ने
पूछाअपनी माँ से
ये आतंकवाद क्या है?
वो क्यों फोड़ते हैं बम?
क्यों मारते हैं?
मेरी सहेली और उसके पापा को
बेटी को समझा न सकी -
उसकी माँ कुछ भीक्योंकि
उस बालमन की दुनिया में
नही है नफरत, ईर्ष्या और द्वेष कोई
और न ही है कोई शब्दउसके
शब्दकोष मेंआतंकवाद जैसा कोई ..............................................
(यह भाव मन मेंउस समय आए जब दिल्ली में बम ब्लास्ट हो रहे थे और पाखी कुछ ऐसी ही मन: स्थिति से गुजर रही थी )
6 comments:
जीवन के कुछ सीधे-सादे सवालों से जूझने का मोह स्पष्ट दीखता है। इन सवालों के प्रति जागरूकता भा
बच्चों के कोमल मन को क्या समझाएं - यह नफरत क्या है ! हम खुद अवाक हैं,तो बच्चों के प्रश्नों का क्या जवाब दें !
सीधी बात एक सार्थक रचना.
pakhi nahi janti......tere masoom waalo se preshaan hun.....
bahut khub!!! adbhut rachna!!!!!!!!
bahut bahut dhanyavaad aapsabhi ko ......
Post a Comment